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Friday, July 24, 2020

July 24, 2020

ADO.NET


WHAT IS ADO.NER.......?


Difference Between Ado And ADO.NET

Sr Num

Base Of Difference

ADO

Ado.NET

1

Business Model

Connection Oriented

DisConnection Oriented

2

Disconnected Access

By Record Set

By Adapter and Data set

3

XML Support

Limited

Full

4

Data Passing

Bibary Mode

Through XML

What Is ADO.NET Connected and Disconnected Data Access:--

Connected data access का अर्थ होता है की Ado.NET के माध्यम से डाटा बेस से vb।net के form को connect करना तथा डेटाबेस से डाटा को access करना Disconnected data access का अर्थ होता है डेटाबेस से Ado.NET के द्वारा डाइरैक्ट access को रोकना अर्थात डेटाबेस की copy के साथ कार्य करना | Ado.NET XML का प्रोयोग डाटा को disconnect data एक्सैस provide करने के लिए करता है





Communication के लिए वीबी॰नेट हमे बहुत सारे classes provide करता है इन classess के अंदर कई methods होते है और इनमे अलग अलग code लिखे रहते है | मन लीजिये की डॉटनेट हमे 100 classess प्रदान करता है जिसमे से 20 क्लास sqlserver 33230 classes oracle और 20 classes access के लिए communicate करने के लिए करते है तो इन अलग अलग classes को अलग अलग namespaces मे devide किया  गया है  इंका उपयोग अलग अलग काम के लिए किया जाता है


Datareader :- डाटा reader का उपयोग डेटाबेस से डाटा को रीड करने के लिए किया जाता है और इसका उपयोग कनैक्शन oriented आर्किटैक्चर मे डाटा बेस से डाटा निकलते वक्त सिर्फ डाटा को read और फॉरवर्ड करने के लिए किया जा सकता  है | dataset की तुलना मे datareader डेटाबेस से डाटा को फास्ट fetch  करता है

Dataset:- डेटासेट एक डिस्कनेक्टेड ओरिएंटेड आर्किटेक्चर है जिसका मतलब है कि डेटासेट के साथ काम के दौरान active कनेक्शन की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती है यह datatables और relation between the tables का collection होता है इसका उपयोग multiple tables को hold करने के लिए किया जाता है इसमे हम किसी tables से data view  datatable view तथा child row के लिए query भी कर सकते है इसके अलावा dataset data को save करने के लिए कई अन्य features जैसे xml और loading xml भी प्रदान करता है

Dataadapter :-डेटा एडेप्टर डेटासेट और डेटाबेस के बीच एक सेतु का काम करेगा।इस डेटाडैक्टर ऑब्जेक्ट का उपयोग डेटाबेस से डेटा पढ़ने और डेटासेट को डेटा बाइंड करने के लिए किया जाता है। Dataadapter एक डिस्कनेक्टेड ओरिएंटेड आर्किटेक्चर है

DataTable :- DataTable डेटाबेस मे एक single table को represent  करता है .जिसका row और coloum होता है . dataset और datatable मे कोई खास अंतर नहीं होता है dataset  collection of datatables होता है


Relational :- Table Formate

NON relational XML EMAIL OR WORD 



Wednesday, July 1, 2020

July 01, 2020

Web Server By:- G Yadav

Web Server

Web Server एक computer होता है जिसका कार्य website (Group of Web Pages) को अन्य computer तक पहुचाना होता है .

दूसरे शब्दों में कह सकते है की - Web Server एक ऐसा program  होता है जो Web page Serve करता हैअर्थात वह software जो Web pages को user तक पहुंचाता है Web server  कहलाता है । इसे दो भागों में बांटा जा सकता हैपहला वह मशीन जिस पर Web server को स्थापित किया जाता है और दूसरा software जो Web server  की तरह काम करता है।

एक computer जो web page को भेजता (deliver) है वह Web Server कहलाता है। प्रत्‍येक Web server का एक IP एड्रेस होता है तथा एक Domain name होता है। उदाहरण के लिएयदि आप अपने browser  में http://www.prsu.ac.in/index.html नामक URL इंटर करते हैंतो यह server को Request भेजता है जिसका Domain name prsu.com है,तब सर्वर index.html नामक page को निकालता है तथा आपके browser को भेज देता है।

Features of Web-Server

  • HTTP : HTTP यानी Hyper Text Transfer Protocol एक एप्लीकेशन protocol है जिसका इस्तेमाल इन्टरनेट के जरिये hyper media या hyper text भेजने के लिए किया जाता है। इसके जरिये client browser एप्लीकेशन के द्वारा server से डाटा को ट्रान्सफर कर पाते है। HTTP protocol के कारण ही client और server के बीचconnection बन पाता है। HTTP protocol का इस्तेमाल करके ही हम वर्ल्ड वाइड वेब के जरिये डाटा भेज पाते है।हम इन्टरनेट के जरिये जितनी websites और डाटा खोलते है या download करते है वो सभी HTTPकीवजह से ही संभव हो पता है।
  • Logging : Web server में, client requests तथा log files के लिए server response के बारे में विस्‍तृत जानकारी को Longing करने की भी क्षमता होती है। यह Web Master को इन फाइल्‍स पर लॉग एनॉलाइजर (Log analyzer) चलाकर data Collect करने की Permission देता है।
  • Authentication : कुछ या सभी Resource को access करने से पहले Authentication के लिए अतिरिक्‍तAuthorization request की जाती है- जैसे (user name और Password )
  • Handling : एक या एक से अधिक Related Interface (SSI, CGI, SCGI, FastCGI, JSP, ColdFusion, PHP, ASP, ASP.NET, Server API जैसे – NSAPI, ISAPI, इत्‍यादि) के Support द्वारा static contents तथाdynamic contents की Handling करता है ।
  • Security : HTTPS, सामान्‍य पोर्ट 80 के स्‍थान पर स्‍टैंडर्ड पोर्ट 443 पर सुरक्षित (secure or encrypted)कनेक्‍शन्‍स की परमीशन को सपोर्ट करता है।
  • Content compression: रेस्‍पॉन्‍स के साइज़ को घटाता है।
  • Virtual Hosting : एक IP एड्रेस के निर्माण द्वारा कई वेब साईट्स को सर्व करना।
  • Large File Support : 32 बिट OS पर 2GB से अधिक आकार वाली फाइल्‍स को सर्व करने योग्‍य बनाना।

 

Types Of Server :-

1.     Apache Web Server

यह एक common source of web server है जिसे Apache foundation ने बनाया था यह एक काफी प्रसिद्ध web server हैं इस सर्वर को हम अपने तरीके से re modify या edit कर सकते हैं तथा इसमें 60% machine इसी server पर काम करती है यह सर्वर सभी web server से काफी स्थिर है जिसमें समय समय पर नई नई update आती रहती हैं।

2. IIS Web Server

यह web सर्वर भी Apache web server की तरह काफी लोकप्रिय है पर ये एक open source software नहीं है इसमें हम अपने मॉड्यूल भी add कर सकते हैं तथा इसे re modify या edit भी अपने तरीके से नहीं कर सकतें हैं यह customer helping की सुविधा प्रदान कराते हैं।

3. NGINX Web Server

यह web browser थ्रेड्स का प्रयोग नहीं करता है इसे ज्यादातर web hosting कंपनी ही प्रयोग कर रहीं हैं।

   4. light speed Web Server –

इस web server को अपने web server में update करनें से उसकी कार्य क्षमता बढ़ जाती हैं। आशा हैWeb server क्या है यह work कैसे करता है और इसके प्रकार आपको अच्छा लगा हो और समझ आ गया हो इस पेज को share जरूर करें और कोई प्रश्न हो तो कमेंट करें


Tuesday, June 30, 2020

June 30, 2020

What is HTTP(Hyper Text Transfer Protocol) in Hindi



 HTTP(Hyper Text Transfer Protocol)


HTTP का पूरा नाम Hyper Text Transfer Protocol होता है यह एक ऐसा protocol है जो मुख्यतः World Wide Web से data access करने में प्रयुक्त होता है . यह प्रोटोकॉल data को सामान्य Text , Hyper Text , Audio , video के रूप में Transfer करता है . यह Web server और Web Users के बीच Communicate करने के लिए उपयोग की जाने वाली Technology है . जिसे टिम बर्नर्स-ली ने मूल वर्ल्ड वाइड वेब को परिभाषित करने में अपने काम के भाग के रूप में 1990 के प्रारंभ में प्रारंभिक HTTP बनाया।

Hyper Text Transfer Protocol WWW- World Wide Web पर Files (Text , Graphics ,Image,  Audio , video and अन्य media files ) को Transfer करने के लिए नियमो का एक Set है . यह protocol यह निर्धारित करता है की transfer होने वाले data का format कैसा होगा उसका transmission किस तरीके से होगा और अलग अलग commands पर browser server का response कैसा होगा .

आजकल browser में http type करने की जरुरत नही होती क्योंकि ब्राउज़र by default HTTP का उपयोग करता है इसलिए जब आप सीधे वेबसाइट का address enter करते हैं तो उसके सामने automatically http:// आ जाता है।

 

 Features of HTTP :- 


      1-      HTTP कनेक्शन रहित है (HTTP is connection less): HTTP client अर्थात browser  HTTP Request शुरू करता है और एक Request हो जाने के बादclient process  का इंतजार करता है। server Request को process  करता है और एक प्रतिक्रिया (Response) भेजता है जिसके बाद client Connection को Disconnect करता है। इसलिए client और server  वर्तमान Request और प्रतिक्रिया (Response) के दौरान एक दूसरे के बारे में जानते हैं। नए कनेक्शन पर आगे रिक्वेस्ट किए जाते हैं जैसे क्लाइंट और सर्वर एक दूसरे के लिए नए हैं।


    2-     HTTP स्वतंत्र मीडिया है (HTTP is media independent): इसका मतलब हैकिसी भी प्रकार का डेटा HTTP द्वारा भेजा जा सकता है जब तक कि क्लाइंट और सर्वर दोनों को पता है कि डेटा कंटेंट को कैसे संभालना है। क्लाइंट के साथ-साथ उपयुक्त MIME का उपयोग करके कंटेंट प्रकार निर्दिष्ट करने के लिए सर्वर की आवश्यकता होती है।   


    3- HTTP स्टेटलेस है (HTTP is stateless): HTTP कनेक्शन रहित है इसी तरह यह HTTP का एक स्टेटलेस प्रोटोकॉल है। सर्वर और क्लाइंट केवल एक वर्तमान रिक्वेस्ट के दौरान एक दूसरे के बारे में जानते हैं। बाद मेंदोनों एक-दूसरे के बारे में भूल जाते हैं। प्रोटोकॉल की इस प्रकृति के कारणन तो क्लाइंट और न ही ब्राउज़र वेब पेजों पर विभिन्न रिक्वेस्ट के बीच जानकारी को बनाए रख सकते हैं।

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