ISP (Internet Service Provider) क्या है?
ISP
(Internet Service Provider) वह कंपनी होती है जो इंटरनेट कनेक्शन
प्रदान करती है। भारत में विभिन्न प्रकार के ISPs मौजूद हैं, जो ब्रॉडबैंड, फाइबर, DSL, और मोबाइल डेटा सेवाएं
देते हैं।
भारत के प्रमुख ISP
भारत
में कई इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP) हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों
में सेवाएं प्रदान करते हैं। नीचे प्रमुख ISPs की सूची दी गई है:
1. बड़े राष्ट्रीय ISP
- BSNL (Bharat
Sanchar Nigam Limited) – सरकारी
टेलीकम्युनिकेशन कंपनी
- Airtel Broadband – फाइबर और मोबाइल
डेटा सेवाएं
- Reliance Jio
Fiber – हाई-स्पीड फाइबर ब्रॉडबैंड
- Vi (Vodafone
Idea) Broadband – मोबाइल और फाइबर सेवाएं
- ACT Fibernet – हाई-स्पीड फाइबर
ब्रॉडबैंड
- Hathway
Broadband – केबल और फाइबर इंटरनेट
- Excitel
Broadband – अनलिमिटेड प्लान्स के लिए प्रसिद्ध
2. क्षेत्रीय ISP (कुछ राज्यों या शहरों
में सीमित सेवाएं)
- You Broadband – गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश आदि
में सेवाएं
- GTPL Hathway – गुजरात और अन्य
राज्यों में उपलब्ध
- Spectra
Broadband – दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में हाई-स्पीड इंटरनेट
- Tikona Digital
Networks – भारत के विभिन्न हिस्सों में वायरलेस ब्रॉडबैंड
ISP चुनते समय ध्यान देने
योग्य बातें
- स्पीड और
प्लान्स: आपकी ज़रूरत के अनुसार स्पीड और डेटा लिमिट
- उपलब्धता: आपका ISP आपके क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करता है या नहीं
- ग्राहक सेवा: अच्छी ग्राहक सेवा और सपोर्ट
- कीमत: बजट में आने वाले अच्छे प्लान
इंटरनेट कनेक्टिविटी के प्रकार
इंटरनेट
से जुड़ने के लिए कई प्रकार की कनेक्टिविटी उपलब्ध हैं। इन्हें मुख्य रूप से
वायर्ड
(Wired) और
वायरलेस
(Wireless) कनेक्शन में विभाजित
किया जाता है।
1. वायर्ड (Wired) कनेक्टिविटी
(a) DSL (Digital Subscriber Line)
- टेलीफोन लाइन के
जरिए इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है।
- उदाहरण: BSNL DSL, Airtel DSL
(b) Cable Broadband
- केबल टीवी
नेटवर्क के जरिए इंटरनेट प्रदान करता है।
- उदाहरण: Hathway, GTPL, You Broadband
(c) Fiber Optic Broadband
- उच्च गति (1 Gbps तक) वाला इंटरनेट
जो फाइबर ऑप्टिक केबल के माध्यम से काम करता है।
- उदाहरण: Jio Fiber, Airtel Xstream Fiber, ACT Fibernet
(d) Leased Line
- बड़े बिज़नेस और
एंटरप्राइज़ के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन।
- उदाहरण: Airtel Leased Line, Tata Communications
2. वायरलेस (Wireless) कनेक्टिविटी
(a) Mobile Data (2G, 3G, 4G, 5G)
- मोबाइल नेटवर्क
पर आधारित इंटरनेट।
- उदाहरण: Jio, Airtel, Vi, BSNL 4G/5G
(b) Wi-Fi (Wireless Fidelity)
- ब्रॉडबैंड
नेटवर्क को वायरलेस तरीके से शेयर करने की तकनीक।
(c) Satellite Internet
- रिमोट एरिया के
लिए उपग्रह (Satellite) के माध्यम से इंटरनेट उपलब्ध कराता
है।
- उदाहरण: Starlink (SpaceX), OneWeb, HughesNet
(d) WiMAX (Worldwide Interoperability
for Microwave Access)
- एक वायरलेस
ब्रॉडबैंड तकनीक जो 4G के समान है, लेकिन लंबी दूरी तक कनेक्टिविटी प्रदान करती है।
निष्कर्ष
यदि
आपको
स्थिर
और तेज इंटरनेट चाहिए, तो Fiber Broadband सबसे अच्छा विकल्प है।
यदि आपको
मोबाइल
डिवाइसेस पर इंटरनेट चाहिए, तो 4G/5G Mobile Data सबसे उपयुक्त है।
रिमोट
इलाकों के लिए
Satellite Internet एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
RF, Dial-up और VSAT क्या हैं?
1. RF (Radio Frequency) Internet
- RF इंटरनेट रेडियो तरंगों के जरिए डेटा
ट्रांसमिशन करता है।
- यह वायरलेस इंटरनेट है, जिसमें एंटीना और
टॉवर के माध्यम से सिग्नल ट्रांसमिट होते हैं।
- इसका उपयोग
दूरदराज के क्षेत्रों और ग्रामीण इलाकों में किया जाता है।
- उदाहरण:
- वायरलेस इंटरनेट
सर्विस प्रोवाइडर (WISP)
- सिक्योरिटी
सर्विलांस सिस्टम
- रूरल ब्रॉडबैंड
कनेक्टिविटी
2. Dial-up Internet
- सबसे पुरानी
इंटरनेट तकनीकों में से एक है, जो टेलीफोन लाइन
के जरिए इंटरनेट एक्सेस प्रदान करती है।
- यह 56 Kbps तक की बहुत कम स्पीड प्रदान करता है।
- कम लागत के कारण पहले काफी लोकप्रिय था, लेकिन अब
ब्रॉडबैंड और फाइबर टेक्नोलॉजी के कारण इसका उपयोग कम हो गया है।
- मुख्य विशेषताएं:
- हर बार इंटरनेट
से जुड़ने के लिए डायल करना पड़ता
है।
- इंटरनेट उपयोग
के दौरान टेलीफोन लाइन व्यस्त रहती है।
- धीमी गति के कारण स्ट्रीमिंग और गेमिंग के
लिए अनुपयोगी।
3. VSAT (Very Small Aperture Terminal)
- VSAT एक
सैटेलाइट-आधारित इंटरनेट तकनीक है।
- इसका उपयोग
दूरदराज और दुर्गम इलाकों में इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जाता
है।
- इसमें छोटे एंटीना (डिश) और सैटेलाइट के जरिए डेटा ट्रांसफर होता है।
- मुख्य उपयोग:
- बैंकिंग (ATM कनेक्टिविटी)
- रक्षा और सैन्य
संचार
- समुद्री और
रिमोट लोकेशन कनेक्टिविटी
- VSAT के उदाहरण:
- Hughes VSAT,
Tatanet VSAT, Bharti Airtel VSAT
संक्षेप में तुलना
टेक्नोलॉजी |
कनेक्शन टाइप |
गति (Speed) |
उपयोग |
RF |
वायरलेस
(रेडियो तरंगें) |
10 Mbps से 100 Mbps |
ग्रामीण
ब्रॉडबैंड, सिक्योरिटी
सिस्टम |
Dial-up |
टेलीफोन
लाइन |
56 Kbps तक |
पुरानी
तकनीक, अब
कम उपयोग |
VSAT |
सैटेलाइट
आधारित |
512 Kbps से 100 Mbps |
दूरस्थ
क्षेत्र, बैंकिंग, सैन्य संचार |
अगर
आपको रिमोट एरिया में हाई-स्पीड इंटरनेट चाहिए, तो
VSAT सबसे अच्छा विकल्प है।
RF इंटरनेट ग्रामीण
क्षेत्रों में अच्छा काम करता है, और Dial-up अब लगभग अप्रचलित हो
चुका है।
इंटरनेट कनेक्शन शेयर करने के तरीके
इंटरनेट
कनेक्शन को साझा करने के कई तरीके होते हैं, जिन्हें
वायर्ड
(Wired) और
वायरलेस
(Wireless) में बांटा जा सकता है।
1. वायर्ड (Wired) मेथड्स
(a) LAN (Local Area Network) Sharing
- ईथरनेट केबल का उपयोग करके इंटरनेट साझा किया जाता है।
- कई डिवाइसेस राउटर या स्विच से कनेक्ट हो
सकती हैं।
- तेज़ और स्थिर
कनेक्शन प्रदान करता है।
- उदाहरण: ऑफिस नेटवर्क, साइबर कैफे, डेटा सेंटर
(b) ICS (Internet Connection Sharing) -
Windows Feature
- Windows में बिल्ट-इन
फीचर है, जिससे एक कंप्यूटर अपने इंटरनेट को दूसरे कंप्यूटर से शेयर कर सकता
है।
- LAN या ईथरनेट केबल के जरिए कनेक्शन
शेयर किया जाता है।
- छोटे नेटवर्क के
लिए उपयुक्त है।
2. वायरलेस (Wireless) मेथड्स
(a) Wi-Fi Hotspot
- एक डिवाइस
(मोबाइल या लैपटॉप) अपने इंटरनेट को अन्य डिवाइसेस से Wi-Fi नेटवर्क के जरिए शेयर कर सकता है।
- उदाहरण: मोबाइल हॉटस्पॉट, Wi-Fi राउटर
(b) Bluetooth Tethering
- मोबाइल या लैपटॉप
से ब्लूटूथ के माध्यम से
इंटरनेट साझा किया जाता है।
- कम स्पीड लेकिन बैटरी की बचत होती है।
- उदाहरण: मोबाइल से लैपटॉप में इंटरनेट शेयर करना।
(c) USB Tethering
- मोबाइल के
इंटरनेट को USB केबल के जरिए कंप्यूटर
से कनेक्ट किया जाता है।
- Wi-Fi हॉटस्पॉट से तेज
और स्थिर कनेक्शन मिलता है।
- उदाहरण: मोबाइल डेटा को लैपटॉप में इस्तेमाल करना।
3. अन्य एडवांस तरीके
(a) Network Bridge
- एक कंप्यूटर
इंटरनेट को LAN या Wi-Fi के जरिए अन्य
डिवाइसेस से साझा करता है।
- दो अलग-अलग
नेटवर्क को आपस में जोड़ता है।
(b) Proxy Server
- इंटरनेट को साझा
करने के लिए प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग किया
जाता है।
- यह इंटरनेट को
नियंत्रित करने और सुरक्षा बढ़ाने में मदद करता है।
- उदाहरण: स्कूल और ऑफिस नेटवर्क
(c) VPN (Virtual Private Network)
Sharing
- VPN के माध्यम से इंटरनेट कनेक्शन को सुरक्षित रूप से साझा किया जाता है।
- यह डेटा
एन्क्रिप्शन प्रदान करता है और अनसेक्योर
नेटवर्क पर सुरक्षित ब्राउज़िंग की अनुमति देता
है।
संक्षेप में तुलना
तरीका |
माध्यम |
स्पीड |
उपयोग |
LAN Sharing |
ईथरनेट
केबल |
हाई
स्पीड |
ऑफिस, साइबर कैफे |
Wi-Fi Hotspot |
वायरलेस |
अच्छी
स्पीड |
मोबाइल
और लैपटॉप |
Bluetooth Tethering |
वायरलेस |
कम
स्पीड |
बैटरी
सेविंग |
USB Tethering |
USB केबल |
स्थिर
और तेज़ |
लैपटॉप
से मोबाइल |
Proxy Server |
सॉफ़्टवेयर
आधारित |
निर्भर
करता है |
ऑफिस
और स्कूल |
VPN Sharing |
सॉफ़्टवेयर
आधारित |
अच्छी
स्पीड |
सिक्योरिटी
और प्राइवेसी |
अगर
आपको
स्थिर
और तेज इंटरनेट चाहिए, तो LAN या USB Tethering सबसे अच्छा विकल्प है।
मोबाइल
डेटा शेयरिंग
के
लिए
Wi-Fi
हॉटस्पॉट
उपयोगी
है,
और
VPN
व
प्रॉक्सी
का
उपयोग
सुरक्षित
इंटरनेट कनेक्शन के लिए किया जाता है।
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