.OnlineGuruji

.OnlineGuruji

Provides E-Notes,Video Tutorials And Download Links For Students In hindi

*********************************************************

*********************************************************
********************************************************************************

Breaking

Ramchandicollege Saraipali

Technology Jobs

OnlineGuru Blog मे आपका स्वागत है ब्लॉग से संबन्धित जानकारी के लिए संपर्क करें मो ॰ नम ।-9826026747(सपन कुमार दास) अपने विषय से संबन्धित अपडेट प्राप्त करने के लिए ब्लॉग पे दिये गए Bell Icon को press करें कम्प्युटर,Science,English Grammer से संबन्धित विषय की अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग अथवा यू ट्यूब चैनल को सब्क्राइब करे ..

Wednesday, September 11, 2024

September 11, 2024

Generation of Computer in Hindi – कंप्यूटर की पीढियां

 



Generation of Computer in Hindi – कंप्यूटर की पीढियां

बहुत साल पहले भी कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता था और आज भी किया जाता है। पहले के computers और आज के computers में बहुत अंतर है। कंप्यूटर में समय के साथ काफी परिवर्तन हुआ है।

आज के समय के कंप्यूटर काफी मॉडर्न और एडवांस देखने को मिलते है। लेकिन पुराने समय के कंप्यूटर इतने modern (आधुनिक) और advance नहीं हुआ करते थे। लेकिन बदलते समय के साथ कंप्यूटर के क्षेत्र में सुधार हुआ। जिसमें काफी समय लगा। पहले के कंप्यूटर आकार में बहुत बड़े हुआ करते थे। लेकिन आज के कंप्यूटर साइज़ में भी बहुत छोटे होते है और इनकी speed (गति) भी तेज होती है।

सरल भाषा में इसे समझे तो वह time period (समय अवधि) जिसमें कंप्यूटर की टेक्नोलॉजी का विकास हुआ है। इसी time period को हम generation of computer (कंप्यूटर की पीढ़ी) कहते है।

कम्प्यूटर की तकनीक को विकसित होने में लगभग पांच पीढियों का वक़्त लग गया है। इसीलिए कंप्यूटर की पांच पीढियां होती है। जो कि नीचे दी गयी हैं-

1.      पहली पीढ़ी के कंप्यूटर (1940 से 1956 तक)

2.      दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (1956 से 1963 तक)

3.      तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (1964 से 1971 तक)

4.      चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (1971 से 1985 तक)

5.      पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर (वर्तमान में मौजूद)

First Generation computer  (पहली पीढ़ी के कंप्यूटर)

  • पहली पीढ़ी के कंप्यूटर साइज़ में काफी बड़े हुआ करते थे। आप इनके size (आकार) का अन्दाज़ा इसी बात से लगा सकते है कि इन कंप्यूटर को रखने के लिए एक कमरे की ज़रूरत पड़ती थी।
  • पहली पीढ़ी की शुरुआत 1940 में हुई और इसका अंत 1956 में हुआ।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में कांच के बने वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया जाता था। इनमें हजारों की संख्या में वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता था इसलिए इन कंप्यूटरों का आकार बहुत बड़ा होता था।
  • पहली पीढ़ी के कंप्यूटर इतने advance और modern नहीं हुआ करते थे। इनमे काफी कमियां थी। ये कंप्यूटर काम करते वक़्त जल्दी गर्म हो जाया करते थे और reliable (विस्वश्नीय) नहीं हुआ करते थे।
  • पहली पीढ़ी के कंप्यूटर का उपयोग गणना करने, डेटा को स्टोर करने, और वैज्ञानिक कार्यों के लिए किया जाता था।
  • इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में मुख्य रूप से batch processing Operating System का इस्तेमाल किया जाता था।
  • इन कम्प्यूटरों में प्रोग्रामिंग करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल काम था और ये बिजली भी बहुत खर्च करते थे।

पहली पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  • ENIAC
  •  EDVAC
  • UNIVAC 
  • IBM-701
  • EDSAC
  • IBM 650



Advantages of First Generation Computer in Hindi (पहली पीढ़ी कंप्यूटर के फायदे)

1.      इस पीढ़ी के कंप्यूटर डाटा की calculation (गणना) बहुत तेजी से करते थे। ये millisecond में गणना कर सकते थे।

2.      उस समय वैक्यूम ट्यूब आसानी से मिल जाया करते थे।

3.      वैक्यूम ट्यूब की technology ज्यादा महंगी नहीं थी।

4.      इन कम्प्यूटरों में scientific (वैज्ञानिक) काम कर सकते थे।

5.       इन कम्प्यूटरों में information  और data को स्टोर करने की क्षमता थी।

Disadvantages of First Generation Computer in Hindi (पहली पीढ़ी कंप्यूटर के नुकसान)

1.      पहली जनरेशन के कंप्यूटर का size काफी बड़ा होता था।

2.      इस जनरेशन के computer काम करते समय काफी गर्म हो जाया करते थे।

3.      कम्प्यूटर को ठंडा रखने के लिए Air-Condition (AC) की ज़रूरत पड़ती थी।

4.      अपने बड़े आकर के कारण ये बहुत अधिक मात्रा में बिजली का इस्तेमाल करते थे।

5.      इन कंप्यूटरों को मेन्टेन करके रखना काफी ज्यादा मुश्किल होता था।

6.      ये केवल machine language  का इस्तेमाल करते थे और इसमें प्रोग्रामिंग करना भी एक कठिन कार्य था।

Second Generation Computer (दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर)

  • कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी की शुरुआत 1956 में हुई थी और इसका अंत 1963 में हुआ था।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में transistor (ट्रांजिस्टर) का इस्तेमाल किया जाता था। ट्रांजिस्टर वैक्यूम ट्यूब के मुकाबले काफी छोटे होते थे।
  • ट्रांजिस्टर के कारण कंप्यूटर का साइज पहली पीढ़ी के मुकाबले छोटा हो गया। ट्रांजिस्टर के आने के बाद कंप्यूटर के क्षेत्र में काफी ज्यादा विकास हुआ।
  • ट्रांजिस्टर, वैक्यूम ट्यूब की तुलना में काफी सस्ते थे , size में छोटे थे , ज्यादा reliable थे , और काफी तेज काम करते थे।
  • इस पीढ़ी में असेंबली लैंग्वेज और हाई-लेवल लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता था।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में batch processing and multi processing operating system का उपयोग किया जाता था।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण –

  • UNIVAC 1108
  • CDC 1604
  • Honeywell 400CDC 3600
  • IBM 7094

 

Advantages of Second generation computer in Hindi (दूसरी पीढ़ी कंप्यूटर के फायदे)

1.      पहली पीढ़ी की तुलना में इस पीढ़ी के कंप्यूटर का साइज़ काफी छोटा था।

2.      दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर काम करते समय जल्दी गर्म नहीं होते थे।

3.      ये अपने छोटे आकार के कारण कम बिजली ख़र्च करते थे।

4.      दूसरी पीढ़ी वाले कंप्यूटर के काम करने की speed काफी अच्छी थी। ये डाटा को microseconds में कैलकुलेट कर लेते थे।

5.      पहली पीढ़ी के मुकाबले दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों को मेन्टेन करना आसान था।

6.      पहली पीढ़ी की तुलना में दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर सस्ते थे।

7.      इनकी accuracy अधिक थी और ये reliable (विश्वसनीय) होते थे।

Disadvantages of Second generation computer in Hindi (दूसरी पीढ़ी कंप्यूटर के नुक़सान)

1.      दूसरे जनरेशन के कंप्यूटर कम गर्मी पैदा करते थे फिर भी इन्हें ठंडा रखने के लिए AC की ज़रूरत पड़ती थी।

2.      दूसरे जनरेशन के कंप्यूटर को लगातार maintain (रख-रखाव) की जरूरत पड़ती थी।

3.      इसका इस्तेमाल केवल कुछ विशेष काम को पूरा करने के लिए ही किया जाता था।

4.      पहली पीढ़ी की तरह इस पीढ़ी के कंप्यूटर भी इनपुट के लिए punch cards का प्रयोग करते थे।

Third Generation Computer in Hindi (तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर)

  • कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी की शुरुआत 1964 में हुई थी और इसका अंत 1971 में हुआ था।
  • तीसरी पीढ़ी आने तक कंप्यूटर के छेत्र में काफी ज्यादा विकास हो चूका था।  इस पीढ़ी में कंप्यूटर और भी ज्यादा advance और modern हो गए थे।
  • तीसरी पीढ़ी में computer के अंदर ट्रांजिस्टर की जगह IC (इंटीग्रेटेड सर्किट)) का इस्तेमाल किया जाता था।
  • IC एक तरह की चिप है जो कि सिलिकॉन से बनी हुई होती है। इसलिए इसको सिलिकॉन चिप भी कहा जाता है।
  • तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर काफी ज्यादा reliable (विश्वसनीय) थे।
  • तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर की काम करने की स्पीड पिछले दोनों पीढ़ियों के कंप्यूटर से बेहतर थी।
  • Integrated Chip (IC) आने के कारण कंप्यूटर का साइज काफी छोटा हो गया था। इसके साथ साथ मैमोरी की क्षमता भी काफी ज्यादा बढ़ गई थी।
  • इस पीढ़ी में time sharing और multiprogramming ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता था।
  • इस पीढ़ी में हाई लेवल लैंग्वेज जैसे कि – Cobol, Pascal आदि का use किया जाता था।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  • IBM 370
  • PDP-11
  • UNIVAC 1108
  • Honeywell-6000
  • DEC series
  • ICL 2900

Advantages of Third generation computer in Hindi (तीसरी पीढ़ी कंप्यूटर के फायदे)

1.      तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का आकार पिछले दोनों पीढ़ियों के कंप्यूटर के मुकाबले काफी छोटा था।

2.      इस पीढ़ी के कंप्यूटर काम करते समय बहुत कम बिजली खर्च करते थे।

3.      पिछले दोनों जनरेशन की तुलना में third generation के कंप्यूटर काफी कम गर्मी पैदा करते थे। 

4.      इसमें डाटा को कैलकुलेट करने की स्पीड काफी अच्छी थी।

5.      इस कंप्यूटर को मेन्टेन करके रखना काफी आसान था।

6.      पिछले दोनों जनरेशन की तुलना में तीसरे जनरेशन के कंप्यूटर की storage क्षमता काफी ज्यादा थी।

7.      ये computers हाई लेवल भाषा को सपोर्ट करते थे।

8.      इनमें प्रोग्रामिंग करना आसान था।

Disadvantages of third generation computer in Hindi (तीसरी पीढ़ी कंप्यूटर के नुकसान)

1.      तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर भी कम गर्मी पैदा करते थे परंतु फिर भी इनको ठंडा करने के लिए AC की ज़रूरत पड़ती थी।

2.      IC चिप को बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था।

3.      इस पीढ़ी के कंप्यूटर काफी महंगे आते थे।

4.      उस जमाने में IC चिप को repair करना काफी मुश्किल हुआ करता था।

5.      IC चिप के साथ काम करने के लिए specialized workers (विशेष कार्यकर्ता) की आवश्यकता पड़ती थी।

Fourth Generation Computer in Hindi (चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर)

  • कंप्यूटर के चौथी पीढ़ी की शुरुआत 1970 में हुई थी और इसका अंत 1985 में हुआ।
  • कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी में IC की जगह माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है। माइक्रोप्रोसेसर में बहुत सारे LSI Circuit होते है।
  • चौथी पीढ़ी आने के बाद कंप्यूटर और भी ज्यादा आधुनिक हो गए । इस पीढ़ी के आते ही कंप्यूटर के काम करने की क्षमता और speed दोनों ही बढ़ गई।
  • इस जनरेशन ने computer के छोटे size में ही काफी ज्यादा features उपलब्ध करवा दिए। यानी कह सकते है कि इसका size काफी छोटा हो गया और इसके साथ-साथ कंप्यूटर के सारे features भी install हो गए।
  • इस पीढ़ी में real time, time sharing, और distributed ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटर हाई लेवल लैंग्वेज जैसे कि – C, C++ आदि को सपोर्ट करते हैं।
  • इस पीढ़ी में पर्सनल कंप्यूटर (PC) का उपयोग काफी ज्यादा बढ़ गया।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  • Micral
  • IBM 5100
  • Altair 880

Advantages of fourth generation of computer in Hindi (चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के फायदे)

1.      चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर की speed पिछले सभी पीढ़ियों के कम्प्यूटरों की तुलना में काफी अच्छी है।

2.      इस पीढ़ी के कंप्यूटर size में काफी छोटे होते है।

3.      इन कम्प्यूटरों को maintain करने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

4.      ये कंप्यूटर सस्ते होते हैं और आसानी से उपलब्ध हो जाते है।

5.      इन कम्प्यूटरों को बहुत कम AC की ज़रूरत पड़ती है। क्योंकि ये बहुत कम गर्मी पैदा करते है।

6.      इस पीढ़ी के कंप्यूटर बहुत ज्यादा reliable हैं और ये हाई लेवल लैंग्वेज को सपोर्ट करते हैं।

Disadvantages of fourth generation computer in Hindi (चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर)

1.      इस जनरेशन में microprocessor का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन माइक्रोप्रोसेसर को बनाना मुश्किल काम है।

2.      Microprocessor को बनाने के लिए बहुत advance technology की ज़रूरत पड़ती है।

Fifth Generation Computer in Hindi (पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर)

  • पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर अभी तक सभी पीढ़ियों से बेहतर और advance (आधुनिक) है। आप इस बात का अंदाज़ा इस चीज़ से लगा सकते है कि ये कंप्यूटर बिलकुल इंसानो की तरह ही व्यहवार करते है।
  • पांचवीं पीढ़ी में AI तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
  • वर्तमान समय में कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी चल रही है और यह कंप्यूटर की आखरी पीढ़ी है।
  • इस पीढ़ी में हाई लेवल भाषा जैसे कि – C, C++, Java, और .Net आदि का उपयोग किया जाता है।
  • पाँचवी पीढ़ी के कंप्यूटर का इस्तेमाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में, मनोरंजन के क्षेत्र में, और रोबोट बनाने में  किया जाता है। आजकल game के छेत्र में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
  • इन computers में सबसे ज्यादा speed पाई जाती है और इनके काम करने की क्षमता भी काफी ज्यादा है।
  • धीरे धीरे कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी को और भी ज्यादा विकसित किया जा रहा है। ताकि यह और भी ज्यादा advance हो सके।

पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  • परम सुपर कंप्यूटर
  • लैपटॉप
  • डेस्कटॉप
  • वर्क स्टेशन
  • नोटबुक

Advantages of Fifth Generation computer in Hindi (पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के फायदे)

1.      इस कंप्यूटर की speed पिछली सभी पीढ़ियों के computer के मुकाबले ज्यादा है।

2.      इन कम्प्यूटरों की repairing करना काफी ज्यादा आसान होता है।

3.      इस कंप्यूटर का size पिछले सभी पीढ़ियों के मुकाबले बहुत छोटा है।

4.      अपने छोटे size के कारण fifth generation के computer काफी हल्के होते है।

5.      पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर को maintain करके नहीं रखना पड़ता।

6.      इनको कही भी ले जाया जा सकता है जैसे कि हम अपने लैपटॉप को कहीं भी आसानी से ले जा सकते हैं।

Disadvantages of fifth generation computer in Hindi (पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के नुकसान)

1.      इस कंप्यूटर को use करने में काफी ज्यादा समस्याओ का सामना करना पड़ता है।

2.      इन computers में AI का use किया जाता है। लेकिन अभी तक AI को पूरी तरह develop नहीं किया गया है।

3.      इस जनरेशन के कम्प्यूटरों को बनाने के लिए complex (जटिल)  tool का use होता है। जो की आसानी से नहीं मिलते।

Subject

First Generation

Second Generation

Third Generation

Fourth Generation

Fifth Generation

Duration

(1940s-56)

(1957s-1964s)

(1965s-1974s)

(1975s-1990)

Present and Beyond

Memory

Punch Card

Magnetic tape

Magnetic Disk

RAM

HDD,SSD,RAM

Processor

vacuum tubes

Transistors

Integrated Circuits (ICs)

Microprocessors

Advanced microprocessors

Used Technology

Vacuum tubes and magnetic drums

Transistors, magnetic core memory.

ICs, magnetic disk storage

Microprocessors, semiconductor memory, and VLSI (Very Large Scale Integration) circuits.

 

AI, quantum computing, nanotechnology, and advanced parallel processing.ULSI

Size

Very large, often room-sized

Smaller than first-generation computers, about the size of a refrigerator

Much smaller, roughly the size of a filing cabinet

Very small; personal computers, laptops, and even handheld devices

Varied; from wearable devices to large supercomputers

Supporting Languages

Machine language (binary)

Assembly language FORTRAN and COBOL.

 

Low level languages like BASIC, PASCAL, and more advanced versions of FORTRAN and COBOL.

high-level languages such as C, C++,

AI-focused languages like Python,java

Operating System

NA

Batch Processing

Time Sharing

Multitasking Multi processing

Real time like Railway res sys

Computer Type

ENIAC, UNIVAC

Mainframe and minicomputers

Mainframe, minicomputers, and early personal computers

Personal computers (PCs), laptops, and workstations

Supercomputers, AI systems, quantum computers, and various forms of intelligent devices.


September 11, 2024

कंप्यूटर क्या है? – What is Computer in Hindi?

 

कंप्यूटर क्या है? – What is Computer in Hindi?

कंप्यूटर एक मशीन है जो यूजर के द्वारा दिए गये निर्देशों का पालन करती है और इन निर्देशों को प्रोसेस करके आउटपुट प्रदान करती है.

दूसरे शब्दों में कहें तो, “कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो यूजर के द्वारा दिए गये निर्देश या कमांड को इनपुट के रूप में लेता है और इस निर्देश को प्रोसेस करके आउटपुट प्रदान करता है.

कंप्यूटर का मुख्य काम गणना करना, डाटा को स्टोर और प्रोसेस करना होता है.

Computer का पूरा नाम Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research (कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च) होता है.

Computer शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के compute शब्द से हुई है जिसका अर्थ है गणना करना’.

कंप्यूटर का अविष्कार चार्ल्स बेबेज (Charles Babbage)’ ने किया था. इसलिए चार्ल्स बेबेज को कंप्यूटर का पिताभी कहा जाता है.

हम कंप्यूटर का इस्तेमाल गेम खेलने, पढाई करने, डॉक्यूमेंट को टाइप करने, विडियो देखने और इंटरनेट चलाने के लिए कर सकते हैं.

कंप्यूटर एक मशीन है जो बिना थके बहुत लम्बे समय तक कार्य कर सकता है. मनुष्य लम्बे समय तक लगातार काम नहीं कर सकता और इसे आराम की जरूरत होती है. लेकिन कंप्यूटर लम्बे समय तक बिना थके और बिना गलती किये काम करता है.

कंप्यूटर को हिंदी में संगणककहा जाता है.

कंप्यूटर के कार्य करने के तीन step (पद) होते है:-

computer working in Hindi

Input (इनपुट) इनपुट वह प्रक्रिया है जिसमें यूजर के द्वारा कंप्यूटर को निर्देश या कमांड दिया जाता है.

Process (प्रोसेस) इस स्टेप में, कंप्यूटर निर्देश को प्रोसेस करता है.

Output (आउटपुट) इस स्टेप में, कंप्यूटर यूजर को आउटपुट प्रदान करता है.

कंप्यूटर की विशेषता – Features of Computer in Hindi

1:- Speed (गति)

कंप्यूटर के काम करने की स्पीड काफी तेज होती है। कंप्यूटर इंसानो की तुलना में बहुत तेजी से कार्यो को करते है। यह एक सेकंड में एक लाख से भी ज्यादा कार्यों को पूरा कर सकते है। किसी मनुष्य को गुणा, भाग करने में 1 से 2 मिनट का समय लगता है जबकि कंप्यूटर गुणा, भाग को 1 सेकंड से भी कम समय में पूरा कर सकता है.

 

2:- Accurate (सटीक)

कंप्यूटर बिना गलती किये किसी भी काम को पूरा करता है. मनुष्य एक काम को करने में बहुत गलती करता है जबकि कंप्यूटर बिना गलती किये अपने कार्य को पूरा कर लेता है.

3:- Reliable (विश्वसनीय)

कंप्यूटर बहुत ही विश्वसनीय होता है. हम कंप्यूटर को जितनी बार भी इनपुट देंगे तो कंप्यूटर हमें हमेशा सही आउटपुट ही प्रदान करेगा। इसी वजह से हम मनुष्य से ज्यादा कंप्यूटर पर विश्वास करते है.

4:- Memory (मेमोरी)

कंप्यूटर की मेमोरी बहुत ही शक्तिशाली होती है. हम सभी चीजों को याद नहीं रख सकते लेकिन कंप्यूटर सभी चीजों को बिना भूले याद रखता है. कंप्यूटर की मेमोरी दो प्रकार की होती है पहली प्राइमरी मेमोरीऔर दूसरी सेकेंडरी मेमोरी’.

5:- Diligence (परिश्रमी)

कंप्यूटर बिना थके सालों तक काम कर सकता है. कंप्यूटर बहुत ही ज्यादा परिश्रमी होता है. एक इन्सान थोड़े समय काम करने के बाद थक जाता है जबकि कंप्यूटर थकता नहीं है.

6:- Easy (आसान)

कंप्यूटर का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान होता है और इसे हम बहुत कम समय में सीख सकते हैं.

7:- Automation (स्वचालित)

कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन है. यह अपने कार्यों को खुद से पूरा करती है. जब एक बार यह अपने कार्य को शुरू कर देती है तो बिना किसी मनुष्य की सहायता के इसे पूरा कर देती है. 

8:- No Feeling (भावनाहीन)

कंप्यूटर के पास मनुष्य की तरह कोई भी भावना (feeling) नहीं होती है. इसलिए यह भावना में बहकर कोई भी काम नहीं करता.

9:- No Intelligence (कोई बुद्धिमत्ता नहीं)

कंप्यूटर के पास मनुष्य की तरह खुद से सोचने समझने की शक्ति नहीं होती है. यह सिर्फ प्रोग्रामिंग के आधार पर अपने कार्य को करता है. इसके पास दिमाग नहीं होता है.

 

10:– Privacy (गोपनीयता)

कंप्यूटर में हम अपनी पर्सनल जानकारी को स्टोर कर सकते हैं. हम कंप्यूटर में पासवर्ड का इस्तेमाल करके अपने कंप्यूटर को lock कर सकते हैं और कोई दूसरा व्यक्ति बिना पासवर्ड के आपके कंप्यूटर को इस्तेमाल नहीं कर सकता.

 

Types of Computer in Hindi – कंप्यूटर के प्रकार

कंप्यूटर के बहुत से प्रकार होते हैं जिनके बारें में नीचे दिया गया है:-

1- Micro Computer (माइक्रो कंप्यूटर)

माइक्रो कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर है जिसका उपयोग एक समय में केवल एक व्यक्ति ही कर सकता है। इस कंप्यूटर का आकार काफी छोटा होता है।

 

यह mini और mainframe computer से काफ़ी छोटा होता है। यह हल्का होने के साथ काफी सस्ता भी होता है।

 

माइक्रोकंप्यूटर मल्टीटास्किंग होता है जिसका अर्थ यह है की यूजर  इस कंप्यूटर में एक समय में बहुत सारें कार्य कर सकता हैं जैसे कि इंटरनेट चलाना, word में काम करना और गाने सुनना आदि। इसके कुछ लोकप्रिय उदहारण लेपटॉप, स्मार्ट फ़ोन, टेबलेट आदि।

 

2- Mini Computer (मिनी कंप्यूटर)

मिनी एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है जिसका आकार ना ज्यादा छोटा होता है और ना ही ज्यादा बड़ा। यह कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा होता है लेकिन मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटा होता है।

 

यह एक multi -user कंप्यूटर है। इसका मतलब यह है कि इस कंप्यूटर का उपयोग एक समय में एक या एक से अधिक यूजर कर सकते है। इसका अलावा यह multi-tasking कंप्यूटर भी होता है , यानी इस कंप्यूटर में एक समय में एक से ज्यादा कार्य किये जा सकते हैं।

 

मिनी कंप्यूटर के उदहारण :- IBM AS/400 , और Honeywell 200 आदि।

 

3- Mainframe Computer (मेनफ़्रेम कंप्यूटर)

मेनफ़्रेम कंप्यूटर का आकार काफी बड़ा होता है और इसका इस्तेमाल बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। मेनफ़्रेम कंप्यूटर के कार्य करने की क्षमता अधिक होती है। इसका आकार मिनी और माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा होता है.

 

यह multi-user कंप्यूटर होता है इसलिए इसका इस्तेमाल एक समय में एक से अधिक यूजर कर सकते हैं। इस कंप्यूटर का आविष्कार 1950 के दशक में IBM (इंटरनेशनल बिज़नेस मॉडल) के द्वारा किया गया था।

 

इस कंप्यूटर का इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कम्पनीयों और सरकारी ऑफिस में अधिक मात्रा में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। हालांकि यह कंप्यूटर काफी महंगे भी होते है। इसके उदहारण:– IBM zSeries , System z9 आदि।

 

4- Analog Computer (एनालॉग कंप्यूटर)

एनालॉग कंप्यूटर ऐसा कंप्यूटर है जिसका इस्तेमाल एनालॉग डाटा को प्रोसेस करने के लिए किया जाता है। यह भौतिक मात्राओं को मापने के लिए उपयोगी है। इसका उपयोग विद्युत प्रवाह, तीव्रता और प्रतिरोध को मापने के लिए किया जाता है।

 

इस कंप्यूटर का उपयोग हम अपने दैनिक जीवन में भी करते है। उदहारण के लिएरेफ्रिजरेटर, स्पीडोमीटर आदि।

 

5- Digital Computer (डिजिटल कंप्यूटर)

वह कंप्यूटर जो डिजिटल डाटा को प्रोसेस करता है उसे डिजिटल कंप्यूटर कहते हैं. यह एक ऐसा कंप्यूटर है जो कोई भी काम करने के लिए बाइनरी नंबर (0, 1) का उपयोग करता है।

 

इस कंप्यूटर का उपयोग अधिक मात्रा में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। इस कंप्यूटर के कार्य करने की स्पीड अधिक होती है और इसकी performance भी काफी अच्छी होती है।

 

आधुनिक समय में डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल कई कार्य के लिए किया जाता है जैसे कि :- कैलकुलेशन करने के लिए , डेटा को स्टोर करने के लिए , डेटा को ट्रांसफर करने के लिए आदि। इसके कुछ लोकप्रिय उदहारणकैलकुलेटर, Apple Mac , IBM PC आदि।

 

6- Hybrid Computer (हाइब्रिड कंप्यूटर)

वह कंप्यूटर जिसमें डिजिटल और एनालॉग  दोनों कंप्यूटरों की विशेषताएं शामिल होती है. उसे हाइब्रिड कंप्यूटर कहते हैं।

 

हाइब्रिड कंप्यूटर को  डिजिटल और एनालॉग कंप्यूटर को आपस में मिलाकर बनाया गया है। इस कंप्यूटर का इस्तेमाल ज्यादातर जटिल गणनाओ (complex calculations) को हल करने के लिए किया जाता है।

 

हाइब्रिड कंप्यूटर का उपयोग पेट्रोल पम्प, हवाई जहाज, हॉस्पिटल और वैज्ञानिक कार्यों में भी किया जाता है। हाइब्रिड कंप्यूटर के उदहारणस्पीडोमीटर, थर्मोमीटर, ऑटो गैसोलिन पंप आदि।

 

7- Super Computer (सुपर कंप्यूटर)

सुपर कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर है जिसका आकार काफी बड़ा होता है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा कंप्यूटर माना जाता है। यह कंप्यूटर काफी तेज होते है जो अपने कार्यो को बहुत कम समय में ही पूरा कर लेते है।

 

सुपर कंप्यूटर का उपयोग बड़ी मात्रा में डेटा को प्रोसेस करने के लिए किया जाता है। इस कंप्यूटर को दुनिया का सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर माना जाता है क्योकि इस कंप्यूटर के प्रोसेसर की performance काफी अच्छी होती है।

सुपर कंप्यूटर में हजारो प्रोसेसर आपस में जुड़े होते है जिसकी वजह से यह किसी भी कार्य को तेज गति से कर पाता है।

 

इस कंप्यूटर का उपयोग वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग से संबंधित कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है जैसे की:- मौसम की भविष्यवाणी करना, और रिसर्च करना आदि। इसके कुछ लोकप्रिय उदहारण है:- परम 8000, और NUDT Tianhe-2 आदि।

 

8- Workstation (वर्कस्टेशन)

वर्कस्टेशन एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है जिसका इस्तेमाल इंजीनियरिंग डिजाइन, एनीमेशन रेंडरिंग, 3D ग्राफ़िक्स और विडियो एडिटिंग जैसे कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है।

 

वर्कस्टेशन की स्टोरेज क्षमता बहुत अधिक होती है जिसकी वजह से यह बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर करने में सक्ष्म होता है। यह कंप्यूटर तेज गति से सभी कार्यो को करता है क्योकि इसमें एक तेज माइक्रोप्रोसेसर होता है।

 

इस कंप्यूटर का उपयोग एक समय में केवल एक ही यूजर कर सकता है। वर्कस्टेशन का इस्तेमाल वीडियो एडिटिंग और 3D एनीमेशन करने के लिए भी किया जाता है। यह कंप्यूटर यूजर को बिलकुल सटीक आंकड़े देता है। इसके कुछ उदहारण है :- Unix-based Sun, Compaq आदि।

 

9- Personal Computer (पर्सनल कंप्यूटर)

यह एक छोटा और सस्ता कंप्यूटर है जिसका इस्तेमाल व्यक्तिगत कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है जैसे की :- असाइनमेंट पूरा करना, मूवी देखना, गेम खेलना , ब्राउज़िंग करना , प्रोजेक्ट को पूरा करना आदि।

 

इसे विस्तार से पढ़ें:- कंप्यूटर के प्रकार कितने होते हैं?

 

कंप्यूटर के उपयोग- Applications of Computer in Hindi

इसके निम्नलिखित उपयोग है जिनके बारे में नीचे बताया गया है :-

 

1- Medical (स्वास्थ्य)

कंप्यूटर का इस्तेमाल स्वास्थ से सम्बंधित क्षेत्रों में किया जाता है। आधुनिक समय में कंप्यूटर का उपयोग करके मरीजों की बिमारी का पता लगाया जाता है। कंप्यूटर का उपयोग अस्पतालों में मरीजों का ultrasound (अल्ट्रासाउंड), ब्लड टेस्ट, CT स्कैन और MRI करने के लिए किया जाता है।

 

इसके अलावा कंप्यूटर का उपयोग X-ray करने, औऱ मरीजों को मॉनिटर करने के लिए भी किया जाता है। यह मरीजों के दिल की गति को मापने में भी मदद करता है।

 

2- Communication (संचार)

कंप्यूटर का इस्तेमाल संचार (communication) करने के लिए भी किया जाता है। आज के समय में संचार करने के लिए कंप्यूटर एक लोकप्रिय विकल्प है।

 

कंप्यूटर का उपयोग करके यूजर घर बैठे वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कर सकता है , डेटा को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर कर सकता है और घर बैठे मीटिंग कर सकता है। घर बैठे वीडियो कॉन्फ्रेसिंग करने के लिए यूजर Skype और Zoom जैसी सेवाओं का उपयोग कर सकता है।

 

3- Home (घर)

इसका उपयोग घरो में बहुत से कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है जैसे की :- ऑनलाइन भुगतान करने के लिए , गेम खेलने के लिए , मूवी देखने के लिए आदि। इसके अलावा छात्रों के द्वारा कंप्यूटर का उपयोग प्रोजेक्ट बनाने के लिए, पढ़ाई करने के लिए भी किया जाता है।

 

4- Science and Engineering (विज्ञान और इंजीनियरिंग)

सुपर कंप्यूटर का उपयोग विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में किया जाता है। यह कंप्यूटर विज्ञान में नई खोज करने में मदद करता है। इसके अलावा सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल मौसम की भविष्यवाणी करने के लिए , भूकंप की तीव्रता (intensity) मापने के लिए भी किया जाता है।

 

वैज्ञानिक और इंजीनियर कंप्यूटर का उपयोग डेटा को इकठ्ठा करने के लिए , उस डेटा को एनालाइज करने के लिए और स्टोर करने के लिए करते है।

 

5- Industry (उद्योग)

कंप्यूटर का इस्तेमाल बड़ी बड़ी कंपनियों में inventory को मैनेज करने के लिए, इंटीरियर डिज़ाइन के लिए, प्रोडक्ट के sample को डिज़ाइन करने के लिए, और वीडियो कांफ्रेंस करने के लिए किया जाता है।

 

6- Online Marketing (ऑनलाइन मार्केटिंग)

आधुनिक समय में कंप्यूटर का इस्तेमाल ऑनलाइन मार्केटिंग करने के लिए भी किया जाता है। छोटे बड़े व्यवसाय कंप्यूटर की मदद से ऑनलाइन अपने प्रोडक्ट को बेचते है और काफी अच्छा प्रॉफिट कमाते है। ऑनलाइन मार्केटिंग को डिजिटल मार्केटिंग भी कहा जाता है।

 

7– Game (खेल)

कंप्यूटर गेमर्स के लिए काफी लोकप्रिय होते है। कंप्यूटर का इस्तेमाल gamers के द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन गेम खेलने के लिए भी किया जाता है। कंप्यूटर की स्क्रीन काफी बड़ी होती है जिसकी वजह से गेम खेलते वक़्त यूजर को अच्छा अनुभव प्राप्त होता है।

 

8– Bank (बैंक)

कंप्यूटर का इस्तेमाल बैंक में भी किया जाता है। बैंको में कंप्यूटर का उपयोग पैसो को ट्रांसफर और पैसो को जमा करने के लिए किया जाता है।

 

9– Art (कला)

इसका इस्तेमाल कला के क्षेत्र में भी किया जाता है। कंप्यूटर का उपयोग करके हम चित्रों को बना सकते है , ग्राफ़िक्स डिज़ाइन कर सकते है और वीडियो को एडिट कर सकते है।

 

10– Entertainment (मनोरंजन)

कंप्यूटर का इस्तेमाल ऑनलाइन फिल्मे देखने के लिए , गाने सुनने के लिए और गेम खेलने के लिए भी किया जाता है। आधुनिक समय में कंप्यूटर मनोरंजन करने का एक लोकप्रिय साधन है।

 

Advantages of Computer in Hindi – कंप्यूटर के फायदे

इसके फायदे निम्नलिखित हैं:-

 

1- Easy To Use (इस्तेमाल करने में आसान)

कंप्यूटर का उपयोग करना काफी आसान होता है। इसका उपयोग करने के लिए ज्यादा तकनिकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं पड़ती।

 

2- Multitasking (मल्टीटास्किंग)

यह multitasking होता है। यानी कंप्यूटर एक समय में एक से अधिक कार्यो को आसानी से पूरा कर सकता है।

 

3- High Speed (तेज़ गति)

कंप्यूटर काफी तेज होते है जिसकी वजह से यह अपने सभी कार्यो को बहुत कम समय में पूरा कर देते है। क्योकि यह तेज गति से कार्य करते है जिसकी वजह से यूजर का काफी समय बचता है।

 

4- Accuracy (सटीकता)

यह यूजर को बिलकुल सटीक (accurate) परिणाम देते है। कंप्यूटर जटील से जटील गणनाओ को आसानी से हल करने में सक्ष्म होते है।

 

5- Storage (स्टोरेज)

कंप्यूटर की स्टोरेज छमता काफी अधिक होती है जिसकी वजह से यह बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकते है।

 

6- Reduce Paper work (कागज का कम इस्तेमाल)

कंप्यूटर में सारा काम डिजिटल होता है जिसकी वजह से कंप्यूटर में कागज का उपयोग बहुत कम मात्रा में किया जाता है। यह पेड़ो को बचाने में एक अहम भूमिका भी निभाते है क्योकि कागज को पेड़ो की मदद से ही बनाया जाता है।

 

7- Productivity (उत्पादकता)

यह उत्पादकता (productivity) को बढ़ाते है। इंसानो की तुलना में कंप्यूटर अधिक मात्रा में काम कर सकता है। कंप्यूटर 24/7 घंटे लगातार काम कर सकता है।

 

Disadvantages of Computer in Hindi – कंप्यूटर के नुकसान

इसके नुकसान नीचे दिए गये हैं:-

 

1- Cyber Crime (साइबर अपराध)

कंप्यूटर में साइबर क्राइम का खतरा हमेशा बना रहता है। साइबर क्राइम का अर्थ होता है की इंटरनेट के माध्यम से कोई अपराध करना. आजकल कंप्यूटर का उपयोग डेटा की चोरी , लोगो के साथ फ्रॉड , और लोगो को ब्लैकमेल करने के लिए भी किया जाता है।

 

2- Virus (वायरस)

कंप्यूटर में वायरस प्रवेश होने का खतरा हमेशा बना रहता वायरस कंप्यूटर में प्रवेश करके डेटा को डिलीट कर देता है , डेटा की चोरी करता है और उस डेटा का गलत इस्तेमाल करता है।

 

3- No Mind (कोई दिमाग नहीं)

कंप्यूटर के पास हम इंसानो की तरह सोचने समझने की शक्ति नहीं होती। कंप्यूटर खुद से कोई निर्णय नहीं ले सकता या खुद से कोई कार्य नहीं कर सकता। यह केवल उतना ही कार्य करेगा जितना यूजर कमांड देगा।

 

4- Human Dependent (मनुष्य पर निर्भर)

कंप्यूटर को चलाने के लिए इंसानो की आवश्यकता पड़ती है क्योकि कंप्यूटर खुद से चालू नहीं हो सकता है।

 

5- Health Issues (स्वास्थ्य समस्या)

कंप्यूटर को लगातार चलाने से यूजर को शरीर से समन्धित समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है जैस की :- सिर दर्द, कमर दर्द , उंगलियों में दर्द और आंख का कमजोर होना आदि।

 

6- Expensive (महंगा)

कंप्यूटर काफी महंगे होते है और इन्हे मेन्टेन करने में भी काफी ज्यादा पैसे खर्च होते है।

 

7- Addiction (लत)

अधिक मात्रा में कंप्यूटर का उपयोग करने से कंप्यूटर की लत लग जाती है। लोग पूरा पूरा दिन कंप्यूटर के सामने बैठकर गेम खेलते रहते है , वीडियोस देखते रहते है।

 

कंप्यूटर की कितनी पीढियां होती हैं?

कंप्यूटर की 5 पीढियां होती हैं:-

पीढ़ी

समय

तकनीक

पहली पीढ़ी

1940 से 1956 तक

वैक्यूम ट्यूब

दूसरी पीढ़ी

1956 से 1963 तक

ट्रांजिस्टर

तीसरी पीढ़ी

1964 से 1971 तक

IC (इंटीग्रेटेड सर्किट)

चौथी पीढ़ी

1971 से 1985 तक

माइक्रोप्रोसेसर

पांचवी पीढ़ी

वर्तमान में मौजूद

AI (आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस)

 



Tuesday, August 27, 2024

August 27, 2024

What is Programming Language

 


What is Programming Language

A programming language is a formal language designed to communicate instructions to a computer or computing device to perform specific tasks. Programming languages provide a structured way for programmers to write code that can be understood and executed by computers, enabling the creation of software applications, websites, and other digital systems.

एक programming language एक formal language है जिसे किसी कंप्यूटर या कंप्यूटिंग डिवाइस से specific tasks  करने के लिए instructions (निर्देशों) को communicate करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। programming language प्रोग्रामर को code लिखने के लिए एक structured way प्रदान करती हैं जिसे कंप्यूटर समझ कर और execute करता हैं, programming language का उपयोग सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन, वेबसाइट्स और अन्य डिजिटल सिस्टम का designed करने के लिए किया  जाता है।

C programming language

 

C प्रोग्रामिंग भाषा का नाम "C" इसलिए रखा गया क्योंकि इसे पहले की प्रोग्रामिंग भाषा "B" का उत्तराधिकारी के रूप में डिजाइन किया गया था। "C" अक्षर का चुनाव यह दर्शाने के लिए किया गया था कि यह B के बाद का अगला "Generation" है, यह नामकरण परंपरा(Nominition Process) कंप्यूटर विज्ञान में आम है, जहां new Edition   या related Languages अक्सर इस पैटर्न का पालन करती हैं।

A procedural programming language is a type of programming language that follows a step-by-step sequence of instructions, where the program is structured around procedures or subroutines that perform individual tasks. Procedural languages focus on how a computation is to be done, rather than what the desired outcome should be, making the code more explicit and easier to understand for tasks that can be broken down into a series of steps

procedural programming language प्रोग्रामिंग भाषा का एक प्रकार  है जो instructions को  step-by-step sequence के साथ पालन करती है, procedural programming language मे program  procedures या subroutines मे devide रहता है जो  एक individual tasks को perform करते हैं। Procedural languages computation पर आधारित language है जो एक श्रृंखला में विभाजित होता है  और  इस बात पर ध्यान केंद्रित करता  हैं कि प्रोग्राम मे computation कैसे किया जाना  चाहिए, ना कि इसके कि desired outcome/result  क्या होना चाहिए, इसमे कोड अधिक स्पष्ट होता है और कार्यों को  समझने में आसान होता है |