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Wednesday, June 24, 2020

June 24, 2020

What is Telnet Client And Remote Login




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Telnet Client

Telnet client वह computer है , जिससे आप remote server पर log in करते है . अधिकांश operating system में एक अंतर्निहित telnet client होता है , जिसे आप command prompt से operate करते है . telnet client Ubuntu Linux में बनाया गया है .

Telnet एक प्रोटोकॉल है जो आपको TCP/IP नेटवर्क (जैसे इंटरनेट) पर रिमोट कंप्यूटर्स (होस्‍ट) से कनेक्‍ट करता है। आपके कंप्यूटर पर Telnet क्लाइंट सॉफ़्टवेयर का उपयोग करते हुएआप टेलनेट सर्वर (यानी रिमोट होस्ट) से कनेक्शन बना सकते हैं। एक बार जब आपका टेलनेट क्लाइंट रिमोट होस्ट के लिए एक कनेक्शन स्थापित करता हैतो आपका क्लाइंट वर्चुअल टर्मिनल बन जाता हैजिससे आप अपने कंप्यूटर से रिमोट होस्ट के साथ कम्युनिकेशन कर सकते हैं। ज्यादातर मामलों मेंआपको रिमोट होस्ट में लॉगइन करना होगाजिसके लिए आपके पास उस सिस्टम पर एक अकाउंट होना आवश्यक है। कभी-कभीआप अकाउंट के बिना गेस्‍ट या पब्‍लीक रूप में बिना अकाउंट के लॉगइन कर सकते हैं।

Telnet client के लिए Remote Login :-

जब उपयोगकर्ता remote कंप्यूटर पर एप्लीकेशन program को access करना चाहता है तो उपयोगकर्ता को remote login करना होगा –

Remote login 

Telnet Internet और Local Area Network पर उपयोग किया जाने वाला एक प्रोटोकॉल है जिसे 1969 में विकसित किया गया था| Telnet Virtual Terminal Connection का उपयोग करके एक Bidirectional Interactive Text-oriented Communication सुविधा प्रदान करता है। Telnet एक network text-only protocol है यह एक ऐसा Method है जो इन्टरनेट पर दूरस्थ कंप्यूटर से कनेक्ट करने और प्रोग्राम और डेटा का उपयोग करने की अनुमति देता है अर्थात वह Login जिससे एक यूजर किसी Host Computer से एक नेटवर्क की सहायता से इस तरह जुड़ा (Connect) होता है जैसे User Terminal और Host Computer दोनो Directly जुडे हो | Host Computer ,User को Keyboard  और Mouse का प्रयोग करने की सुविधा भी उपलब्ध कराता है। Remote Login Desktop Sharing की तरह ही कार्य करता है। Remote Login की सहायता से हम ऑफिस या घर के कंप्यूटर को (जो Host कहलाएगे) कही से भी Remote User बनकर Access कर सकते है।

 

साधारण शब्दों में हम कह सकते है की टेलनेट का उपयोग नेटवर्क डिवाइस को रिमोट के द्वारा कॉन्फ़िगर करने के लिए किया जाता हैं मान लीजिये की आप किसी कंपनी में Network Administrator है। आपकी कंपनी का नेटवर्क बहुत बड़ा है और इसमें बहुत से होस्ट है। इतने बड़े नेटवर्क में यदि आपको किसी होस्टसे किसी प्रकार का Data Access करना हो या फिर किसी होस्ट पर कोई प्रोग्राम रन करना हो तो आपको फिजिकली उस होस्ट तक जाना होगा। लेकिन एक बड़े नेटवर्क में हर एक होस्ट के पास जाकर काम करना बहुत समय लेने वाली प्रोसेस होगी |इन सब चीजों से बचने के लिए टेलनेट का इस्तेमाल किया जाता हैं टेलनेट एक नेटवर्क प्रोटोकॉल होता है। इसकी मदद से आप इन्टरनेट अथवा किसी लोकल एरिया नेटवर्क के एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर को remotely access कर सकते है।

Terminal Emulation


Terminal Emulation का अर्थ एक विशेष प्रकार के Terminal के रूप में Computer को Respond करवाना होता है अर्थात एक विशेष के Terminal के रूप में कंप्यूटर को अलग –अलग गतिविधियों से अवगत कराना होता है Terminal Emulation program हमे हमारे pc के माध्यम से अन्य कंप्यूटर या बुलेटिन Board service को access करने में मदद करता है , यह विशेष program होता है ,तथा इसे विशेष  परिश्तिथियो में ही use किया जाता है .

टर्मिनल इम्यूलेशन किसी दिए गए कंप्यूटर को सर्वर या मेनफ्रेम के लिए वास्तविक टर्मिनल या क्लाइंट कंप्यूटर की तरह दिखने की क्षमता है। आजयह अक्सर सर्वर या मेनफ्रेम पर डेटा या कार्यक्रमों तक पहुंचने के लिए सॉफ़्टवेयर के माध्यम से किया जाता हैजो आमतौर पर केवल टर्मिनल के लिए उपलब्ध होते हैं।



Wednesday, June 17, 2020

June 17, 2020

Advantages Of E-Commerce : Niraj Nitis

Advantages Of E-Commerce

1- Fast Buying & Selling Procedure:-

इ काॅमर्स का प्रयोग करके व्यापारी अपने प्रोडक्ट को तेजी गति से बेच सकते है और ग्राहक उतने ही तेज गति से प्रोडक्ट या सामान को खरीद सकता है। क्योकि आप सभी जानते है कि इन्टरनेट कितनी फास्ट है अतः व्यापारी और ग्राहक अपने सामानों की खरीदी बिक्री बहुत की तेज गति से कर सकते है।

2- buying/selling 24/7 :-

अगर कोई व्यापारी आॅफलाइन में शाॅप खोलता है तो सप्ताह में केवल 6 दिन ही शाॅप खोलता है और एक दिन में केवल 8 घंटे ही ओपन करता है लेकिन अगर इ काॅमर्स के माध्यम से खोले गए वेबसाइट सप्ताह के सातो दिन और 24 घंटों शाॅप ओपन रहता है इससे व्यापारी की बिक्री काफी अधिक होती है और उसे लाभ भी बहूत अधिक मिलता है।

3- More Reach To Customer :-

आॅफलाइन शाॅप के comparision में e commerce  में खोले गए वेबसाइट या शाॅप की पहुच ज्यादा कस्टमर तक होती है क्योकि अगर आपने आॅफलाइन में शाॅप खोला है तो केवल वहा रहने वाले लोकल लोग ही आपके कस्टमर होंगें लेकिन आपने आॅनलाइन शाॅप खोला है तो पुरे वल्र्ड के लोग आपके कस्टमर बन सकते है जिसके कारण व्यापारी को बहुत अधिक लाभ मिलता है।

4- No Need To Physical Company Setup:-

इ काॅमर्स में बिसनस शुरू करने के लिए आपको शाॅप या दुकान लगाने की जरूरत नहीं होगी केवल आप एक वेबसाईट बनाकर बिजनस शुरू कर सकते है या भी पहले चल रहे इ काॅमर्स website जैसे flipcard या amazon  में अपने ंaccount registerकरके भी बिसनस को शुरू कर सकते है। आॅनलाइन  बिजनस शुरू करने के लिए करने के लिए आपको शाॅप इत्यादि खर्च करने की जरूरत नहीं पडेगी।

5- Easy To Start & Manage Business :-

आॅनलाइन बिजनस को आसानी से शुरू किया जा सकता है और उसे मैनेज भी किया जा सकता है केवल एक व्यक्ति ही इ काॅमर्स  बिजनस को शुरू करके आसानी से मैनेज कर सकता है जबकि आॅफलाइन बिजनस को शुरू करने के लिए शाॅप जरूरत पडती हैं। और शाॅप नहीं है तो किराये पर लेना पडता है साथ ही शाॅप की पुरी तरह सेटअप तैयार करना पडता है इ काॅमर्स में इन चिजों की जरूरत नहीं पडती है।


Tuesday, June 16, 2020

June 16, 2020

HTML----इलेक्ट्रॉनिक पेमेन्ट सिस्टम (EPS) **Created By- गोवर्धन यादव **


EPS-VIEW NOTES AND DOWNLOAD


What is Electronic Payment System ?

Internet या online के माध्यम से खरीदने और बेचने के work को E-Commerce कहा जाता है . और जब online खरीदी – बिक्री करने के पश्चात online payment किया जाता है और payment करने के लिए जिस method का उपयोग किया जाता है उस method को EPS (Electronic Payment System कहा जाता है .

उदाहारण के लिए हम लोग PhonePay के माध्यम से मोबाइल recharge इत्यादि करते है ये सभी EPS के उदाहारण है .

EPS के उदाहारण- Paytm , Bhim , UPI , Google Pay , Online Banking etc.

Features of electronic payment system

       1-    Convenience ( सुविधा )

       2-    Security  ( सुरक्षा )

       3-    Anonymity

       4-    Universality  ( सर्वभौमिकता)

  1. Convenience - Electronic payment system के अंतर्गत लेनदेन करने के लिए कस्टमर और Businessman होने के लिए Special facility, special electronic gadgets और time की आवश्यकता नहीं होती, इसके लिए minimum facility, electronic gadgets और time में ही काम हो जाता है।
  2. security- E-commerce को अपनाने वाले ग्राहकों के लिए सबसे बड़ी problem internet fraud का है। इसलिए payment system secure हो इसके लिए सबसे पहले customer की identity ही जाननी चाहिए ताकि सभी transaction केवल real customer के साथ ही किए जाएं। इसके बाद customer related information. उदाहरण के लिए, क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नंबर अथवा पासवर्ड को अनाधिकृत व्यक्ति की पहुंच से सुरक्षित रखा जाए। इंटरनेट के माध्यम से प्रेषित किए जाने वाले Data में किसी भी प्रकार के changes किया जाए। 
  1. Anonymity- online customer की एक problem transactions से related process secure, payment work को  secure रखना तथा third party को खर्चीली आदतों को देखते हुए उसे रोकना है।
  2. Universality - internet businessman तथा customer के लिए E-payment system अत्यधिक सुविधाजनक तथा व्यापक रूप से स्वीकृत है, क्योंकि इसके विभिन्न प्रकार के लेनदेनों के लिए विभिन्न प्रकार की electronic currency जुटाने की आवश्यकता नहीं रहती, जो electronic currency उनके पास होती है, उसी से वे Business कर सकते हैं।

Types of electronic payment system

              1-    ATM Card (Debit Card)

2-    Credit Card

3-    Smart Card

4-    Internet Banking

 

            1-    ATM CARD (Debit Card) :-  Bank के दुआरा ग्राहक को दी जाने वाली एक सुविधा है .       बैंक अकाउंट खोलते ही सभी ग्राहक को बैंक ATM Card provide करती है . 

         जिसके उपयोग करके ग्राहक ATM से पैसे निकालने के साथ –साथ सभी प्रकार के online 

           Transaction भी कर सकता है ATM Card को ही Debit Card कहा जाता है .जिसके 

          Help से ग्राहक bill payment , Mobile recharge , and Mani Transfer जैसे विभिन्न 

          work कर सकते है .

2-    Credit Card  :-  जिस भी person की क्रेडिट स्कोर ज्यादा होती है उन ग्राहक को Bank के द्वारा दिया जाता है इस प्रकार के कार्ड का उपयोग ज्यादातर व्यापारी और प्राइवेट कंपनी के employee उपयोग करते है। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से सभी प्रकार के ऑनलाइन खरीदारी या किसी भी प्रकार के बिल पेमेंट या मनी ट्रान्सफर के लिए कर सकता है।

यह एक प्रकार का उधार कार्ड होता है और इसके माध्यम से जो भी transaction करते है उसकी Process बैंक के पास जाती है और जितनी भी Payment करनी होती है वह Bank करता है। महीने के आखिर में Credit Card से जितनी भी Payment की जाती है उसका Bill उस व्यक्ति को Bank के द्वारा भेज दिया जाता है जिसे उस व्यक्ति को Bank को Payment करना होता है। 

इसमें आप जितनी भी Payment करना चाहे आप अपने क्रेडिट कार्ड के limit के अनुसार कर सकते है क्योकिं हर क्रेडिट कार्ड की एक लिमिट होती है क्रेडिट कार्ड की लिमिट बैंक के द्वारा उस व्यक्ति के मंथली earning के अनुसार रखती है और आपको इस बात का डर नहीं रहेगा की आपका Balance खत्म हो जायेगा लेकिन हाँ Bank इसके Bill भी Send करता है जिसे भरना जरूरी है।

          3-    Smart Card :- बैंक के द्वारा Account Holder को डेबिट एवम् क्रेडिट कार्ड की तरह स्मार्ट कार्ड 

         प्रदान किया जाता है। Smart Card एक प्रकार का प्लास्टिक कार्ड होता है जिस उपर Micro Processes 

                 Chip लगी होती और इस Chip पर Card धारक की विभिन्न जानकारी Store होती है Smart Card के माध्यम

         से Bank Account के साथ साथ Health Insurance, Transportation, Personal Identification जेंसी  

         Information भी Store की जा सकती है।


4-    Internet Banking :- ऑनलाइन बैंकिंग, बैंक के द्वारा ग्राहकों को दी जाने वाली एक सुविधा है तथा इस प्रकार के Electronic Payment System को नेट बैंकिंग एवम् ऑनलाइन बैंकिंग भी कहा जाता है। Internet Banking की सुविधा बैंक के माध्यम से प्रोवाइड किया जाता है जब यूजर बैंक में अकाउंट खोलता है बैंक के माध्यम से ऑनलाइन बैंकिंग का option प्रदान किया जाता है जिसे लेकर यूजर सभी प्रकार के बिल पेमेंट, ऑनलाइन transaction, मनी ट्रान्सफर इत्यादि सेवाएं यूजर घर बैठे उपयोग कर सकता है। इस सर्विस को इन्टरनेट बैंकिंग कहा जाता है।

इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से बैंक अकाउंट होल्डर, अपने बैंक अकाउंट को इन्टरनेट के माध्यम से मोबाइल और कंप्यूटर में आसानी से मैनेज कर सकते है। ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से घर बैठे खरीदारी और पैसे का ट्रान्सफर आसानी से कर सकता है।

Advantages and Disadvantages of electronic payment system


Advantages :-

        1-    Multiple Option

        2-    24x7 Day Services

        3-    Reducing Transaction Cost

 

1- Multiple Option:-

आज इन्टरनेट के समय में EPS के विभिन्न Option उपलब्ध है आप Electronic Payment System के लिए Internet Banking, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल वॉलेट UPI System जैसे Bhim, PhonePe, Google Pay इत्यादि के माध्यम से भी पेमेंट किया जा सकता है।

2- 24x7 Day Services:-

Electronic Payment करने के लिए आपको इस बात पर निर्भर नहीं होना पड़ता है की Bank खुला है या बंद है। बैंकों में पैसे की लेन-देन सप्ताह में केवल 6 दिन ही हो सकता है और एक दिन में केवल 8 घंटे तक ही लेन-देन हो सकता है। जबकि EPS के माध्यम से आप 24 घंटे सातों दिन आप उपयोग कर सकते है इसके माध्यम से पैसे का लेन-देन कर सकते है।

3- Reducing Transaction Cost:-

पहले पैसे जमा करने तथा निकालने के लिए लोगो को बैंक तक जाना पड़ता था अगर बैंक दूर में है तो बैंक तक जाने में ही बहुत सारें पैसे खर्च करने पड़ते थे लेकिन EPS के आने के बाद सभी प्रकार के Transaction(लेन-देन) घर बैठे कही से भी और कभी भी किया जा सकता है।

Disadvantages :-

       1-    Restrictions :-

       2-    The Risk of being hacked

1.Restrictions:-

EPS का उपयोग करके हम कई प्रकार के लाभ तो उठा सकते है लेकिन कई जगहों पर EPS में कई Restriction भी है जहाँ पर हम EPS का उपयोग नहीं कर सकते है भारत सरकार के EPS में transaction Limit भी रखा है जिसके कारण कई बार हमको बैंक जाने की जरुरत पड़ जाती है।

2.The risk of being hacked:-

EPS का उपयोग करना हमारे लिए जितना लाभदायक है उतना ही नुकसान हो सकता है क्योकिं Internet से जुड़े होने के कारण और हमारी गलती के कारण यहाँ पर कोई दूसरा व्यक्ति हमारी जानकारी चुराकर नुक्सान पहुंचा सकता है। और वह आपके Account में जितने भी रूपये होंगे उन्हें निकाल सकता है क्योकिं ऑनलाइन transaction करते समय कई बार हमको बैंक डिटेल तथा User id एवम् पासवर्ड को स्टोर करके रखना पड़ता है जिसके कारण हमारे एकाउंट के Hack होने के चांस भी बन सकता है जिसके कारण कई बार नुकसान भी हो सकता है .