What is Electronic Payment System ?
Internet या online के माध्यम से खरीदने और बेचने
के work को E-Commerce कहा जाता है . और जब online खरीदी – बिक्री करने के पश्चात
online payment किया जाता है और payment करने के लिए जिस method का उपयोग किया
जाता है उस method को EPS (Electronic Payment System कहा जाता है .
उदाहारण के लिए हम लोग PhonePay के माध्यम से
मोबाइल recharge इत्यादि करते है ये सभी EPS के उदाहारण है .
EPS के उदाहारण- Paytm , Bhim , UPI , Google Pay
, Online Banking etc.
Features of electronic payment system
1- Convenience ( सुविधा )
2- Security ( सुरक्षा )
3- Anonymity
4- Universality ( सर्वभौमिकता)
- Convenience
- Electronic payment system के अंतर्गत लेनदेन करने के लिए कस्टमर और Businessman होने के लिए Special
facility, special electronic gadgets और time की आवश्यकता नहीं होती,
इसके लिए minimum
facility, electronic gadgets और time में ही काम हो जाता है।
- security- E-commerce को अपनाने वाले ग्राहकों के लिए सबसे बड़ी problem internet fraud का है। इसलिए payment system secure हो इसके लिए सबसे पहले customer की identity ही जाननी चाहिए ताकि सभी transaction केवल real customer के साथ ही किए जाएं। इसके बाद customer related information. उदाहरण के लिए, क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नंबर अथवा पासवर्ड को अनाधिकृत व्यक्ति की पहुंच से सुरक्षित रखा जाए। इंटरनेट के माध्यम से प्रेषित किए जाने वाले Data में किसी भी प्रकार के changes किया जाए।
- Anonymity- online
customer की एक problem
transactions से related process secure, payment
work को
secure रखना तथा third
party को खर्चीली आदतों को देखते हुए उसे रोकना है।
- Universality - internet businessman तथा customer
के लिए E-payment
system अत्यधिक सुविधाजनक तथा व्यापक रूप से स्वीकृत
है, क्योंकि इसके विभिन्न प्रकार के लेनदेनों के लिए विभिन्न प्रकार की electronic currency जुटाने की आवश्यकता नहीं रहती, जो electronic currency उनके पास होती है, उसी से वे Business कर सकते हैं।
Types of electronic payment system
2- Credit Card
3- Smart Card
4- Internet
Banking
1- ATM CARD (Debit Card) :- Bank के दुआरा ग्राहक को दी जाने वाली एक सुविधा है . बैंक अकाउंट खोलते ही सभी ग्राहक को बैंक ATM Card provide करती है .
जिसके उपयोग करके ग्राहक ATM से पैसे निकालने के साथ –साथ सभी प्रकार के online
Transaction भी कर सकता है ATM Card को ही Debit Card कहा जाता है .जिसके
Help से ग्राहक bill payment , Mobile recharge , and Mani Transfer जैसे विभिन्न
work कर सकते है .
2-
Credit Card :- जिस भी person की क्रेडिट स्कोर ज्यादा होती है
उन ग्राहक को Bank के द्वारा दिया जाता है इस प्रकार
के कार्ड का उपयोग ज्यादातर व्यापारी और प्राइवेट कंपनी के employee उपयोग करते है। क्रेडिट कार्ड के
माध्यम से सभी प्रकार के ऑनलाइन खरीदारी या किसी भी प्रकार के बिल पेमेंट या मनी ट्रान्सफर के लिए कर सकता है।
यह एक प्रकार का उधार कार्ड होता है और इसके माध्यम से जो भी transaction करते है उसकी Process बैंक के पास जाती है और जितनी भी Payment करनी होती है वह Bank करता है। महीने के आखिर में Credit Card से जितनी भी Payment की जाती है उसका Bill उस व्यक्ति को Bank के द्वारा भेज दिया जाता है जिसे उस व्यक्ति को Bank को Payment करना होता है।
इसमें आप जितनी भी Payment करना चाहे आप अपने क्रेडिट कार्ड
के limit के अनुसार कर सकते है क्योकिं हर क्रेडिट कार्ड की एक लिमिट होती है
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बैंक के द्वारा उस व्यक्ति के मंथली earning के अनुसार रखती है और आपको इस बात
का डर नहीं रहेगा की आपका Balance खत्म हो जायेगा लेकिन हाँ Bank इसके Bill भी Send करता है जिसे भरना जरूरी है।
3- Smart Card :- बैंक के द्वारा Account Holder को डेबिट एवम् क्रेडिट कार्ड की तरह स्मार्ट कार्ड
प्रदान किया जाता है। Smart Card एक प्रकार का प्लास्टिक कार्ड होता है जिस उपर Micro Processes
Chip लगी होती और इस Chip पर Card धारक की विभिन्न जानकारी Store होती है Smart Card के माध्यम
से Bank Account के साथ साथ Health Insurance, Transportation, Personal Identification जेंसी
Information भी Store की जा सकती है।
4-
Internet Banking :- ऑनलाइन बैंकिंग, बैंक के द्वारा ग्राहकों को दी
जाने वाली एक सुविधा है तथा इस प्रकार के Electronic Payment System को नेट बैंकिंग एवम् ऑनलाइन
बैंकिंग भी कहा जाता है। Internet Banking की सुविधा बैंक के माध्यम से
प्रोवाइड किया जाता है जब यूजर बैंक में अकाउंट खोलता है बैंक के माध्यम से ऑनलाइन
बैंकिंग का option प्रदान किया जाता है जिसे लेकर
यूजर सभी प्रकार के बिल पेमेंट, ऑनलाइन transaction,
मनी
ट्रान्सफर इत्यादि सेवाएं यूजर घर बैठे उपयोग कर सकता है। इस सर्विस को इन्टरनेट बैंकिंग कहा जाता है।
इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से बैंक अकाउंट होल्डर, अपने बैंक अकाउंट को इन्टरनेट के
माध्यम से मोबाइल और कंप्यूटर में आसानी से मैनेज कर सकते है। ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से घर बैठे खरीदारी और पैसे का ट्रान्सफर आसानी से कर सकता है।
Advantages and Disadvantages of
electronic payment system
Advantages :-
1-
Multiple Option
2-
24x7 Day Services
3- Reducing Transaction Cost
1- Multiple Option:-
आज इन्टरनेट के समय
में EPS के विभिन्न Option उपलब्ध है आप Electronic
Payment System के
लिए Internet Banking, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल वॉलेट UPI
System जैसे Bhim, PhonePe, Google Pay इत्यादि के माध्यम से भी पेमेंट
किया जा सकता है।
2- 24x7 Day Services:-
Electronic
Payment करने
के लिए आपको इस बात पर निर्भर नहीं होना पड़ता है की Bank खुला है या बंद है।
बैंकों में पैसे की लेन-देन सप्ताह में केवल 6 दिन ही हो सकता है और
एक दिन में केवल 8 घंटे तक ही लेन-देन हो
सकता है। जबकि EPS के माध्यम से आप 24 घंटे सातों दिन आप उपयोग कर सकते है
इसके माध्यम से पैसे का लेन-देन कर सकते है।
3- Reducing Transaction Cost:-
पहले पैसे जमा करने तथा निकालने के
लिए लोगो को बैंक तक जाना पड़ता था अगर
बैंक दूर में है तो बैंक तक जाने में ही बहुत सारें पैसे खर्च करने पड़ते थे लेकिन EPS के आने के बाद सभी
प्रकार के Transaction(लेन-देन) घर बैठे कही
से भी और कभी भी किया जा सकता है।
Disadvantages :-
1- Restrictions :-
2- The Risk of being hacked
1.Restrictions:-
EPS का उपयोग करके हम कई
प्रकार के लाभ तो उठा सकते है लेकिन कई जगहों पर EPS में कई Restriction
भी
है जहाँ पर हम EPS का उपयोग नहीं कर
सकते है भारत सरकार के EPS में
transaction Limit भी रखा है जिसके कारण कई बार हमको बैंक जाने की जरुरत पड़
जाती है।
2.The
risk of being hacked:-
EPS का उपयोग करना हमारे
लिए जितना लाभदायक है उतना ही नुकसान हो सकता है क्योकिं Internet से जुड़े होने के
कारण और हमारी गलती के कारण यहाँ पर कोई दूसरा व्यक्ति हमारी जानकारी चुराकर
नुक्सान पहुंचा सकता है। और वह आपके Account में जितने भी रूपये
होंगे उन्हें निकाल सकता है क्योकिं ऑनलाइन transaction करते समय कई बार हमको
बैंक डिटेल तथा User
id एवम् पासवर्ड को स्टोर करके रखना पड़ता है जिसके कारण
हमारे एकाउंट के Hack होने के चांस भी बन सकता है जिसके कारण कई बार नुकसान भी हो सकता है .
No comments:
Post a Comment